नीम रोम -रोम को शीतलता प्रदान करने के साथ साथ आँखों के रोगों का अचूक औषधि है ।
नीम रोम -रोम को शीतलता प्रदान करने के साथ साथ आँखों के रोगों का अचूक औषधि है ।
नीम की सबसे बड़ी बिशेषता यह है की यह रोगो के गर्दन पर सीधी छुरी चलाती है ।आधा रोग तो नीम के नाम सुनते ही भाग जाता है ।जब हम उसके छाया में बैठ कर जो शीतलता महसुस करते है तो खाने के बाद कैसा अनुभव करेंगे ? जिन लोगो को निम् के नाम से मुँह कडुवा बनाया है उन्हें इसे एक बार खाकर जरूर देखना चाहिये ।यह भीतर से कडुआ नही मिथ होता है ।
आँखों के रोगों के उपचार के विधी :-
आँख दुखना - आँखो में धूल आदि चले जाने के कारण आँख आ जाती है आखे लाल हो जाती है आखो से पानी आने लगता है । कभी कभी सर्दी - गर्मी के प्रभाव से भ आखे दुखने लगते है । आयुर्वेद में इसके उपचार के लिए निम्न उपचार बताया गया है ।
(1) नीम के पत्ते को अच्छी तरह से साफ़ करके उसके एक से दो बून्द रस आँखों में टपकाना चाहिए इसे शरु में तो आहो में लगेगा पर कुछ ही क्षणों के बाद आँखों को ठंडक महसूस होगी ।
(2 )यदि बच्चों की आँख आ गई ही तो उसके कानो में एक से दो बून्द नीम के रस डाले ।यदि बायीं आँख दुःख रही हो तो बायीं तरफ के ही कान में रस डाले । इसे दो तीन दिनों में ही आखो की लाली कट जायेगी । आखो से पानी आना ठीक ही जाएगा ।
कोई टिप्पणी नहीं: