माहवारी विकार , योनि के घाव एवं लड़कियो के त्वचा गोरी , कोमल और सुंदर बनाने में अशोक के छाल बहुत ही लाभकारी होता है ।
माहवारी विकार , योनि के घाव एवं लड़कियो के त्वचा गोरी , कोमल और सुंदर बनाने में अशोक के छाल बहुत ही लाभकारी होता है ।
अशोक का पेड़ 15 से 20 फुट लम्बा जो सालो भर हरा भरा होता है ।यह पुरे भारत में पाया जाता है ।
इसे अलग अलग भाषाओ में अलग अलग नामो से जानते है । इसे संस्कृत में - रक्तपल्लव , हेमपुष्प । हिन्दी में - अशोक ।बंगाली में - आसोपालव । मराठी में - अशोषक । लैटिन में - जोनोसिया अशोका के नाम से जानते है ।
अशोक के वृक्ष बहुत ही लाभदायक होता है ।इसके पत्ते का उपयोग घर में पूजा , समारोह आदि में शुभ मानकर दरवाजे पर सजावट के रूप में किया जाता है । बहुत से लोग अपने घर के दरवाजे पर भी इसे सुंदरता के लिए लगाते है ।
कोई टिप्पणी नहीं: